विमान से ली गयीं डूबते सूरज की कुछ तस्वीरें.. शायद आपको पसंद आयें..
अब इसे देखिये... अगर मैं ये कहूं कि ये किसी प्रेत कि तस्वीर है जो अचानक से सामने आगया तो कौन नहीं मानेगा???? अरे
साहब ये प्रेत व्रेत नहीं बिल्ली मौसी हैं, जो हमारे घर कि पालतू हैं.. नहीं मानते तो ऊपर से तीसरी तस्वीर दोबारा देखिये समझ जायेंगे...
आपका-
दीपक मशाल
बहुत बढ़िया तस्वीरें।
जवाब देंहटाएंbahut kamaal ki tsviren hain ...paintng banane layk bhi .....bahut abhaar
जवाब देंहटाएंदीपक जी बहुत सुंदर तश्वीरें है। उपर का नजारा बादलों के पार अलग ही होता है। जैसे कोई दुसरी दुनिया हो। बेहतरीन
जवाब देंहटाएंइतनी सुंदर तस्वीरें .. और अंत में प्रेत की भी .. भई वाह !!
जवाब देंहटाएंgazab ke fotooooooooooooooo hain bhai
जवाब देंहटाएंसुंदर तस्वीरें
जवाब देंहटाएं:)
जवाब देंहटाएंphotography ka keeda achcha rang laya hai.
जवाब देंहटाएंबेहद खुबसूरत.....
जवाब देंहटाएंregards
bahur sundar hain sabhi tasveerein...
जवाब देंहटाएंaur billi ki aankhen to gazab ki hain..
.didi..
यार ये तो एकदम कमाल की फ़ोटू खेंच ली हैं भाई
जवाब देंहटाएंअजय कुमार झा
तस्वीरें बहुत सुंदर हैं..... जहाज़ की खिड़की थोड़ी और खोल लेते तो..... पूरी जहाज़ की तस्वीर ले लेते..... बादलों में कहीं यमदूत वगैरह टहलते हुए नहीं दिखे? थोड़ी उनकी भी तस्वीर मिल जाती तो..... अच्छा होता....
जवाब देंहटाएंदुआ करता हूं ये कीड़ा आपको काटता ही रहे , और हम ऐसी तस्वीरों का लुत्फ लेते रहें
जवाब देंहटाएंलाजवाब तस्वीरें।
जवाब देंहटाएंशुक्रिया।
--------
खाने पीने में रूचि है, तो फिर यहाँ क्लिकयाइए न।
भारतीय सेना में भी है दम, देखिए कितना सही कहते हैं हम।
Gaur farmane ke liye bahut bahut shukriya sahab...
जवाब देंहटाएंJai Hind
वाह दीपक कमाल की तस्वीरें हैं मेल मे भेजी थी तो कई बार देखी। कमाल को फोटोग्राफर भी हो। ये शायद आईल सीट का फायदा है हा हा हा आशीर्वाद्
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर तस्वीरें हैं।
जवाब देंहटाएंसही कहा मासी :) वैसे मैं अब तक १० बार प्लेन में बैठा और खुशकिस्मती से ९ बार विंडो सीट ही मिली.... १० के दसों बार सिक्यूरिटी चेक के नाम पे किसी ने छुआ भी नहीं जबकि आगे पीछे वालों की पूरे शरीर पर हाथ घुमा कर तलाशी ली गई.. लगता है शाहरुख़ से तो ठीक ही हूँ. :)
जवाब देंहटाएंजय हिंद...
gr8 click
जवाब देंहटाएंएक शब्द ही काफ़ी ही तारीफ़ के लिये जैसे हज़ार शब्दों के समाचार से एक चित्र बेहतर होता है।
जवाब देंहटाएं"अद्भूत"
बहुत सुन्दर दीपक जी, भले ही आपने गैरकानूनी काम किया हो (बेचारे एयर लाइंस के उद्घोषक के निवेदन को भी आपने नकार दिया :) ) लेकिन दुर्लभ चित्रों को कैमरे में उतारा !
जवाब देंहटाएंNahin sir maine air hostess se poochh liya tha, vaise bhi landing ya take off ke time switch off karne ki importance hoti hai... kai log to laptop pe kaam bhi kar rahe the.
जवाब देंहटाएंTasveeren anokhi hai sundar hai... Do chaar kavita ho jaye is par.
जवाब देंहटाएंबढ़िया तस्वीरें..बिल्ली मौसी के दर्शन भी हो गये. :)
जवाब देंहटाएंप्लेन के अन्दर से बेहतरीन फोटो, लिए है ....बहुत बढ़िया लगे. बधाई दीपक जी..
जवाब देंहटाएंबहुत ही ख़ूबसूरत तस्वीरें हैं...इतने सुन्दर रंग,बस मन हो रहा है...ब्रश हाथों में लूँ और शुरू हो जाऊं..पर कौन कर सका है उस चित्रकार के चित्र की कॉपी...हाँ आपके कैमरे ने ये काम बखूबी किया है.
जवाब देंहटाएंvery nice
जवाब देंहटाएंसूर्योदय या सूर्यास्त ---जो भी हो , रंग बहुत खूबसूरती से निखर कर आये हैं।
जवाब देंहटाएंबादल, प्लेन के विंग्स , और बिल्ली की आँखें --वाकई बहुत सुन्दर।
हमें तो अपनी कनाडा सैर की याद आ गयी।
कुछ ऐसी ही तस्वीरें हमारे ब्लॉग ---चित्रकथा पर भी देख सकते हैं।
Daraal uncle aapka hi wait kar raha tha din bhar se... post sarthak ho gayee.
जवाब देंहटाएंvirasatan mila gun hai jo apna kamaal dikha rahaa hai..............
जवाब देंहटाएंab samajh nahin aata ki badhai kise den???
"नयनाभिराम! अविस्मरणीय!"
जवाब देंहटाएं--
"सरस्वती माता का सबको वरदान मिले,
वासंती फूलों-सा सबका मन आज खिले!
खिलकर सब मुस्काएँ, सब सबके मन भाएँ!"
--
क्यों हम सब पूजा करते हैं, सरस्वती माता की?
लगी झूमने खेतों में, कोहरे में भोर हुई!
--
संपादक : सरस पायस
आज ही देखी सब तस्वीरे सुन्दर है
जवाब देंहटाएं