गुरुवार, 2 सितंबर 2010

मिलिए सुपरस्टार आइन्स्टाइन से.. ------>>>दीपक मशाल

सबसे पहले तो दुनिया के पहले दार्शनिक(श्री कृष्ण) के जन्मदिवस पर आप सबको शुभकामनाएं..

यहाँ मिलिए सुपरस्टार आइन्स्टाइन से.. पक्का आप दीवाने हो जायेंगे इनके..

और अब देखिये इन्हें टेलीविजन पर..

साथ में इस नाचीज़ की १० साल पुरानी चंद गुस्ताखियाँ बर्दाश्त कीजिए-

गुस्ताखी नंबर १-

हर नज़र को यहाँ प्यार करना नहीं आता

हर जुबां को यहाँ इकरार करना नहीं आता

बस इसलिए तन्हा खड़े हैं हम अब तलक

इश्क़ करते हैं मगर इज़हार करना नहीं आता

गुस्ताखी नंबर २-

क्या करेंगे झाँक कर

मेरे गुज़रे हुए कल में

कुछ ख्वाबों की हकीक़त से

रूबरू हो जायेंगे

इस कब्र के ज़ख्मों की

टीस गर पहचान ली

कुछ शरीफ इस शहर के

बेआबरू हो जायेंगे

गुस्ताखी नंबर ३-

जो भर दे ज़ख्म-ए-जिंदगी

मरहम ऐसी मिलती नहीं

वर्ना पैमानों से कर के आशिकी

माशूक ना हम बनते कभी

गुस्ताखी नंबर ४-

किताबें पढ़ने लगीं चेहरा मेरा

ख्याल जब भी मुझे आया तेरा

फड़फडाते पन्ने लगे कहने कि जैसे

अभी छू के गया मुझे साया तेरा

गुस्ताखी नंबर ५-

बड़े बेदर्द कातिल हो

एहसान ये करना कम से कम

बर्बाद भले ही कर जाओ

बदनाम ना करना कम से कम..

माफीज़दा -

दीपक मशाल

39 टिप्‍पणियां:

  1. आज तो कमाल पर कमाल किया है।
    बेहद खूबसूरत रचनाये लगाई है और जनाब आइंस्टीन का तो कहना ही क्या है।
    कृष्ण प्रेम मयी राधा
    राधा प्रेममयो हरी


    ♫ फ़लक पे झूम रही साँवली घटायें हैं
    रंग मेरे गोविन्द का चुरा लाई हैं
    रश्मियाँ श्याम के कुण्डल से जब निकलती हैं
    गोया आकाश मे बिजलियाँ चमकती हैं

    श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाये

    जवाब देंहटाएं
  2. बड़े दिनों बाद आपका लिखा कुछ समझ में आया,
    हो गुस्ताखी माफ़,'मजाल' प्यार को फिर भी समझ नहीं पाया!

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  3. दीपक,
    आप को भी जन्माष्टमी की शुभकामनायें।
    इस सुपरस्टार से फ़िर मिलेंगे।
    गुस्ताखियां पसंद आईं, विशेषकर चार नं.। दस साल पहले की हैं ये? इसका मतलब शुरू से ही होनहार हो तुम तो:)

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  4. आप को भी जन्माष्टमी की शुभकामनायें ... आज तो लाजवाब रचनाओं का संगम है ब्लॉग पर ...... एक से बॅड कर एक .....

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  5. आइन्स्टाइन तो वास्तव में सुपर स्टार निकला ।
    बढ़िया ट्रेन किया है ।
    लेकिन क्या एनीमल लवर्स इसे ओब्जेक्ट नहीं करेंगे ?

    गुस्ताखियाँ तो बड़ी हसीन हैं भाई ।
    जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें ।

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  6. श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाये ,

    aisi gustakhiyan karte rahe ,
    bahut pasand aayi aapki ye gushtakhiyan

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  7. दस साल पहले सिर्फ पांच ? वो वक़्त तो कुछ ज्यादा करने का था :)

    जन्माष्टमी की शुभकामनाएं !

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  8. गुस्ताखी नंबर २ वाली कविता तो काफी खतरनाक है भाई....:)
    वैसे सारी गुस्ताखियाँ बहुत ही बढ़िया हैं..करते रहो...:)

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  9. ..... बहुत ही अच्छा लग रहा है!

    ..जन्माष्टमी की बहुत बहुत बधाई!...ढेरों शुभ-कामनाएं!

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  10. गुस्ताखियां..:)

    राधे राधे....जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं.

    रामराम.

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  11. आज तो कमाल पर कमाल किया है।

    आपको और आपके परिवार को कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ

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  12. गुस्ताखियाँ तो बड़ी सोंणी लगीं ।
    जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें ।

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  13. गुस्ताखी नंबर १- तो आप ने शायद हमारे लिये लिखी है जी, बहुत सुंदर रचना

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  14. हम तो ये नहीं समझ पाए कि उस तोते की कारस्तानी देख कर उसे सुपरस्टार कहें या तुम्हारी गुस्ताखियाँ पढ़ कर तुम्हें?
    फिर याद आया कि तुम तो सदाबहार सुपरस्टार हो, लगातार तुम्हारी गुस्ताखियाँ संसार को देखनी हैं.
    आशीर्वाद
    जय हिन्द, जय बुन्देलखण्ड

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  15. इन महाशय को देख चुके हैं। गुस्ताखियाँ माफ हों।

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  16. मजा आ गया इनको देख और तुम्हारी गुस्ताखियों का आंकलन कर. :)

    श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बहुत शुभकामनाएँ.

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  17. बहुत सुन्दर तरीका है गुस्ताखियाँ कहने का ...

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  18. अब तक के जीवन का निचोड़ दे दिया आपने तो..बहुत बढ़िया

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  19. जो भर दे ज़ख्म-ए-जिंदगी

    मरहम ऐसी मिलती नहीं

    वर्ना पैमानों से कर के आशिकी

    माशूक ना हम बनते कभी ...

    बहुत ही बढ़िया

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  20. वाह-वाह!!
    क्या बात है! कमाल है!!!
    गुस्ताखियां पसंद आईं...!

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  21. नेट के कारण चित्र नहीं देख पाया।
    ये गुस्थाखियाँ तो सभी करते हैं कुछ खास की चर्चा भी...

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  22. नमस्ते दीपक, बहुत मजा आया इन साहब से मिलकर!

    और-
    सारी गुस्ताखियां माफ़ हैं,
    जब दिल तुम्हारा साफ़ है! :)

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  23. इश्क़ करते हैं मगर इज़हार करना नहीं आता
    वाह बेटा कितना सफेद झूठ बोल लेते हो? मैने तु8म्हारी कवितायें पढी है उनमे क्या था? चलो कोई बात नही माशूक बेशक मत बनो मगर पैमानों से आशिकी अच्छी बात नही। बुरा मत मानना मज़ाक कर रही हूँ पहली बात पर दूसरी पर सीरियस हूँ। सलाह देना मेरा काम मानना तुम्हारा। वीडिओ बहुत अच्छे लगे। आशीर्वाद।

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  24. बहुत ही सुन्दर पोस्ट और रचना है!
    --
    सुपरस्टार आइन्स्टाइन का तो जवाब नहीं!

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  25. ...अच्छी प्रस्तुति ....
    ( क्या चमत्कार के लिए हिन्दुस्तानी होना जरुरी है ? )
    http://oshotheone.blogspot.com

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  26. अरे वाह!!!!!

    जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें

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  27. दीपक जी, इतनी हसीन गुस्ताखियाँ मत किया कीजिये !

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  28. वाह वाह आज तो भण्डार खोल दिया जी...........

    आनन्द आ गया

    बधाई !

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  29. @दराल सर
    ये प्रतियोगिता भी तो प्रसिद्द एनिमल प्लेनेट वालों ने आयोजित की थी सर.. और फिर आइन्स्टाइन को चिड़ियाघर की तरह का बड़ा सा स्पेस दिया गया है रहने को जहाँ उसे सिखाया जाता है.. ये लोग पिंजड़े में थोड़े ना रखते हैं
    @ अली सर
    ये शोकेस का माल(गुस्ताखियाँ) है.. सब नहीं लगा सकते ना.. :)
    @कुमारेन्द्र चाचा जी
    आपका स्नेह बना रहे यही सबसे बड़ी सुपरस्टारिज्म है
    सभी स्नेहीजनों का आभार.. :)

    जवाब देंहटाएं
  30. aapki gustakhiyan....
    rachnasheelta ki utkrisht'ta ka swatah darshan karati hain!!!
    keep writing:)

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