गुरुवार, 15 जुलाई 2010

थोड़ी लपकोईं(फेस एक्सप्रेशन प्रेक्टिस) और एक रचना..---->>> दीपक 'मशाल'

वो है क्या की महीनों से कोई प्ले/ड्रामा नहीं किया... 
आज शाम को थोडा फालतू था तो सोच कि चेहरे की मांसपेशियों को आजमा लिया जाए कि ठीक से काम कर रही हैं या नहीं??? 
याने अभिनय लायक बची हैं कि नहीं.. सो ऐसा सोचते-सोचते कई तस्वीरें निकाल डालीं 
उसके बाद अपने ही चेहरे पर रीझ कर कुछ और-कुछ और.. करता गया.. :P  
                               अंत में कई साल पहले जो भूत बना था वो फिर बनने की कोशिश की                     
                                                      और तस्वीरें भी निकाल लीं.. ज़रा देख लो भाया.. भूत वाले फोटो तेज़ी से स्क्रोल करें और भी मज़ा आएगा देखने में..

एक हाल की रचना भी है.. बुरा न मानें तो..
देख अचरज भी है हैरानी भी




दुनिया अपनी भी है बेगानी भी


कैसे माने जहाँ विष पिलाए बिना
मीरा रानी भी है, दिवानी भी

                                        तेरी बात पे क्या भरोसा करुँ
                                           ये हकीकत भी है औ कहानी भी

                                            ज़िंदगी तू बड़ी अजब फिल्म है
                                            तू दहशत भी है रूमानी भी

                                           आज शाम मैं तेरी याद के साथ हूँ
                                           ये सुहानी भी है विरानी भी..
उम्मीद है आज कि आज की बकवास के लिए माफ़ कर देंगे.. बस ऐसे ही कुछ बेमतलब का लगाने का मन हुआ सो लगा दिया..
दीपक'मशाल'
तो अब यहाँ देखिये रुपये का वो सिम्बल जिसे स्वीकार कर लिया गया है.. इसके डिजाइनर के साथ.. और नीचे बाकी ५ फाइनलिस्ट..


39 टिप्‍पणियां:

  1. arey bahut hi ghazab,.... aankhon ka expression to ghazab ka hai.... bahut shandaar fotos hain.... abhi body par work out aur karna.... agar dumb bell ko peeth ke upar se lekar karoge to biceps shoulder muscles ke saath niklengin.... bahut achchi lagengin.... body waise achcih ja rahi hai.... bas work out ka time thoda badha dena... maine to apne 6 pack abs banaa liye hain... ab 8 par work out kar raha hoon... aajkal tight T-shirt pehenne ka mazaa hi alag hai... ladkiyaan khud hi chali aati hain flirt karne...

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  2. इस महफूज की बात मत मानना खुद तो अभी तक कुँवारा बैठा है तुम्‍हें भी अपनी राह पर चलाएगा। ऐसी विलेन वाली फोटो हटा दो पुत्तर, अच्‍छी नहीं लग रही। इतने सुंदर चेहरे का क्‍या हाल बना रखा है कुछ लेते क्‍यों नहीं?

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  3. बाप रे ..बड़े खतरनाक आदमी निकले भाई आप तो !

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  4. क्या बात है ! बहुत सुन्दर दिख रहे हो भाया ... क्या भाव हैं मुखमंडल पर ... वाह ! आज इनमे से कुछ फोटो मैं अपनी बेटी को दिखाऊँगा ... खाना खाने में बड़ा आनाकानी करती है ... डराने के काम आएंगे ...

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  5. :) :) ...खुराफात भी गज़ब की ....अभिनय भी गज़ब का करते होंगे....

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  6. कैसे माने जहाँ विष पिलाए बिना
    मीरा रानी भी है, दिवानी भी
    waah ...
    photo badi sundar है ...filmon में try kyun नहीं करते ..:):)

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  7. कैसे माने जहाँ विष पिलाए बिना
    मीरा रानी भी है, दिवानी भी
    waah.............
    nav ras roop... umra ko batata hai, kahta hai dil to bachcha hai

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  8. ओह ये मैटरिमोनियल मे नही चलेंगी और खींचो नही तो पहली दो से काम चलाना पडेगा। माफ किया। आशीर्वाद।

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  9. पहले सुदर मुखाकृति दिखाने लगते हैं
    बाद हारर मुवी की फ़ोटो दिखाने लगते हैं।

    क्या क्या चेहरे बना लेते हो दीपक भाई।
    मेरी नही फ़िल्म में रो्ल पक्का समझो।:)

    "ब्रह्माण्ड भैंस सुंदरी प्रतियोगिता"

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  10. hahaha....photu to badi achhi achhi khinch gayi hai ....ghazal mujhe bahut pasand aayi ...zindagi ki film aur meera deewani ullekhniya lage... kuch vyastataon ke chalte regular nahi hoi pa raha hun deepak bhai ..muafi chahunga iske liye..

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  11. अभी रात के साढ़े तीन बजे मुझे फुर्सत मिली है तुम्हारे ब्लॉग पर आने की ...और तुम्हारी तसवीरें देख कर हैरान हो गए हैं...बहुत expressive है चेहरा तुम्हारा ...
    ख़ूबसूरत तो ख़ैर हो ही तुम....और वास्तव में अभिनय भी ज़रूर अच्छा करते होगे...
    बहुत ही अच्छी लगी तुम्हारी भाव भंगिमा....बस किसी लड़की वाले के पास भूल से मत भेज देना ये तसवीरें ...लड़की की माँ तो बिलकुल नहीं मानेगी...हा हा हा...

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  12. वाह, एक्सप्रेशन तो बड़े प्राकृतिक हैं।

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  13. गज़ब ............नवरस ..कमाल है ..पर प्रेम रस ठीक से नहीं आया :) और ठीक कह रही हैं श्रीमती अजीत गुप्ता जी ! महफूज़ की बात बिलकुल मत मानना वर्ना लड़की नहीं सांड पड़ेगा पीछे ( लाल रंग ही ही ).और बॉडी भी एकदम ठीक है कोई जरुरत नहीं सारा टाइम दंड पेलने की :).बहुत अच्छी फोटो हैं.

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  14. नाटक के छोड़ने के बाद नौटंकी की तैयारी है क्या दीपक?

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  15. bhaya shadi ke baad yesi akratiyan banai to shadi ke agle din hi biwi talak de degi so be careful

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  16. वाह वाह...क्या तस्वीरें हैं..एक से बढ़ कर एक ....मान गए लोहा...अच्छे एक्टर हो :)

    आज शाम मैं तेरी याद के साथ हूँ
    ये सुहानी भी है विरानी भी..
    बड़ी सुन्दर पंक्तियाँ हैं

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  17. मैने तो कुछ चित्र निकल लिये है शरार्ती बच्चो को डराने के लिये:) वेसे बहुत सुंदर लगे सभी चित्र, किसी हेरर फ़िल्म के सीन लगते है...
    धन्यवाद

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  18. सारे फोटो स्वाभाविक लगे। सुन्दर भी। कैमरा बहुत सहायक दिखा।

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  19. ्ज़रा धीरे से ऐसी डोज़ दिया करो कोई कमजोर दिल का हुआ तो उसका क्या होगा………………मेरी तो धडकनें बढ गयी हैं ………ऐसी तस्वीर तो मै बच्चों को भी देखने से मना कर देती हूँ कहीं रात मे उठकर मेरी नींद खराब करें……………………हा हा हा …………………कविता बहुत ही सुन्दर है………………हाँ एक्टर जरूर बन सकते हो सारी संभावनायें हैं।

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  20. तेरी बात पे क्या भरोसा करुँ
    ये हकीकत भी है औ कहानी भी
    ज़िंदगी तू बड़ी अजब फिल्म है
    Too दहशत भी है रूमानी भी

    कुछ तो है .... दीपक जी ... ये बकवास नही ... जीवन का उतार चाडव है ... कभी कुछ तो कभी कुछ ...
    अपने अलग अलग फोटो के माध्यम से जीवन के रंग रखे हैं ... नाट्य प्रस्तुति इसी को कहते हैं शायद ...

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  21. kavita bahut badhiya hai aur haa acting bhee
    par bhai daraao mat

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  22. अब तो ये गाना गाओ --मेरी बनेगी कोई हिम्मत वाली ।
    वैसे ये किस पात्र का अभिनय है ?

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  23. @आदरणीया अजित मैम.. @ शिखा दी..
    इरादा तो मेरा भी अकेले ही रहने का है.. इसलिए बुरा चेहरा दिखाने में कुछ बुराई नहीं नज़र आती.. :)
    @आदरणीय दाराल सर
    ये एक मोनोप्ले में भूत बना था और एक बार इसी तरह अक्स फिल्म में जैसे मनोज बाजपेई ने किया उसी तरह करने की कोशिश की थी एक प्रोग्राम में. वही है भूतिया चेहरा..

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  24. बच्चा लाल माफ़ करना आज हमने तुम्हारी रचना नहीं पढी है..आज तो बस तुम्हारे ट्रेलर ही देख रहे थे बार ......श्श्श्श.....कोई है..सन्नाटा ...भूतिया नगर ..विराना ..खूनी खेल ..जैसी तमाम फ़िल्मों के लिए एकदम सन्नाट है तुम्हारी ये फ़ोटुएं ..और इसके लिए .बॉडी खराब करने की भी जरूरत नहीं है ..जैसा कि अपने महफ़ूज़ मियां ने सलाह दी है ...उनको करने दो ...पता नहीं कहां लाठियां भांज रहे हैं आजकल

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  25. शुक्र है कि अभी बाहर अँधेरा नहीं हुआ है....

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  26. बदले बदले से सरकार नजर आते हैं----,क्या बात है गुरु?

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  27. भूत!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!


    बेहतरीन परफेक्ट!!


    आज शाम मैं तेरी याद के साथ हूँ

    ये सुहानी भी है विरानी भी.

    -बहुत शानदार!!

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  28. हरफ़नमौला शायद ऐसी शख्सियत को ही कहते हैं।
    हाल की रचना भी बढ़िया लगी और ऐसी वैसी जैसी तैसी कैसी कैसी सब तस्वीरें भी मजेदार।

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  29. हमे भी ऐसी ही हरकतें करने का काफी शौक रहा है ,, करते रहो मज़ा आता है ज़िन्दगी का ।

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  30. हम से का भूल हुयी जो यह सजा हम का मिली ...................!! काहे डरा रहे हो भाई ??

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  31. पहले सुदर मुखाकृति दिखाने लगते हैं
    बाद हारर मुवी की फ़ोटो दिखाने लगते हैं। मैं ललित भाई की टिप्पणी बिना पढ़े यही लिखना चाहता था। अब जब रेडिमेड मिल ही गया है तो सोचा क्यों न कॉपी पेस्ट किया जाय। सो कर दिया। जय जोहार्……

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  32. रचना भी बढिय़ा और आखिरी से पांच-छह फोटो भी शानदार....

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  33. क्यों अच्छे-खासे चेहरे को बिगाड़ने पर तुले हैं!

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  34. काफी नवीन सोच :-) बेहतरीन डरावने चेहरे ....... मगर मंतव्य अभी भी समझने की कोशिश कर रही हूँ !!! ...........आखिर क्या वजह थी ........^_^

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