सबसे पहले तो दुनिया के पहले दार्शनिक(श्री कृष्ण) के जन्मदिवस पर आप सबको शुभकामनाएं..
यहाँ मिलिए सुपरस्टार आइन्स्टाइन से.. पक्का आप दीवाने हो जायेंगे इनके..
और अब देखिये इन्हें टेलीविजन पर..
साथ में इस नाचीज़ की १० साल पुरानी चंद गुस्ताखियाँ बर्दाश्त कीजिए-
गुस्ताखी नंबर १-
हर नज़र को यहाँ प्यार करना नहीं आता
हर जुबां को यहाँ इकरार करना नहीं आता
बस इसलिए तन्हा खड़े हैं हम अब तलक
इश्क़ करते हैं मगर इज़हार करना नहीं आता
गुस्ताखी नंबर २-
क्या करेंगे झाँक कर
मेरे गुज़रे हुए कल में
कुछ ख्वाबों की हकीक़त से
रूबरू हो जायेंगे
इस कब्र के ज़ख्मों की
टीस गर पहचान ली
कुछ शरीफ इस शहर के
बेआबरू हो जायेंगे
गुस्ताखी नंबर ३-
जो भर दे ज़ख्म-ए-जिंदगी
मरहम ऐसी मिलती नहीं
वर्ना पैमानों से कर के आशिकी
माशूक ना हम बनते कभी
गुस्ताखी नंबर ४-
किताबें पढ़ने लगीं चेहरा मेरा
ख्याल जब भी मुझे आया तेरा
फड़फडाते पन्ने लगे कहने कि जैसे
अभी छू के गया मुझे साया तेरा
गुस्ताखी नंबर ५-
बड़े बेदर्द कातिल हो
एहसान ये करना कम से कम
बर्बाद भले ही कर जाओ
बदनाम ना करना कम से कम..
माफीज़दा -
दीपक मशाल
wow!!!!!
जवाब देंहटाएंtoo good ...
जवाब देंहटाएंआज तो कमाल पर कमाल किया है।
जवाब देंहटाएंबेहद खूबसूरत रचनाये लगाई है और जनाब आइंस्टीन का तो कहना ही क्या है।
कृष्ण प्रेम मयी राधा
राधा प्रेममयो हरी
♫ फ़लक पे झूम रही साँवली घटायें हैं
रंग मेरे गोविन्द का चुरा लाई हैं
रश्मियाँ श्याम के कुण्डल से जब निकलती हैं
गोया आकाश मे बिजलियाँ चमकती हैं
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाये
बड़े दिनों बाद आपका लिखा कुछ समझ में आया,
जवाब देंहटाएंहो गुस्ताखी माफ़,'मजाल' प्यार को फिर भी समझ नहीं पाया!
वाह-वाह!!
जवाब देंहटाएंक्या बात है! कमाल है!!!
आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को श्री कृष्ण जन्म की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं!
दीपक,
जवाब देंहटाएंआप को भी जन्माष्टमी की शुभकामनायें।
इस सुपरस्टार से फ़िर मिलेंगे।
गुस्ताखियां पसंद आईं, विशेषकर चार नं.। दस साल पहले की हैं ये? इसका मतलब शुरू से ही होनहार हो तुम तो:)
आप को भी जन्माष्टमी की शुभकामनायें ... आज तो लाजवाब रचनाओं का संगम है ब्लॉग पर ...... एक से बॅड कर एक .....
जवाब देंहटाएंआइन्स्टाइन तो वास्तव में सुपर स्टार निकला ।
जवाब देंहटाएंबढ़िया ट्रेन किया है ।
लेकिन क्या एनीमल लवर्स इसे ओब्जेक्ट नहीं करेंगे ?
गुस्ताखियाँ तो बड़ी हसीन हैं भाई ।
जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें ।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाये ,
जवाब देंहटाएंaisi gustakhiyan karte rahe ,
bahut pasand aayi aapki ye gushtakhiyan
:) vaise gustakhiyan bahut pasand aain.
जवाब देंहटाएंदस साल पहले सिर्फ पांच ? वो वक़्त तो कुछ ज्यादा करने का था :)
जवाब देंहटाएंजन्माष्टमी की शुभकामनाएं !
गुस्ताखी नंबर २ वाली कविता तो काफी खतरनाक है भाई....:)
जवाब देंहटाएंवैसे सारी गुस्ताखियाँ बहुत ही बढ़िया हैं..करते रहो...:)
..... बहुत ही अच्छा लग रहा है!
जवाब देंहटाएं..जन्माष्टमी की बहुत बहुत बधाई!...ढेरों शुभ-कामनाएं!
गुस्ताखियां..:)
जवाब देंहटाएंराधे राधे....जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं.
रामराम.
आज तो कमाल पर कमाल किया है।
जवाब देंहटाएंआपको और आपके परिवार को कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ
गुस्ताखियाँ तो बड़ी सोंणी लगीं ।
जवाब देंहटाएंजन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें ।
गुस्ताखी नंबर १- तो आप ने शायद हमारे लिये लिखी है जी, बहुत सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंहम तो ये नहीं समझ पाए कि उस तोते की कारस्तानी देख कर उसे सुपरस्टार कहें या तुम्हारी गुस्ताखियाँ पढ़ कर तुम्हें?
जवाब देंहटाएंफिर याद आया कि तुम तो सदाबहार सुपरस्टार हो, लगातार तुम्हारी गुस्ताखियाँ संसार को देखनी हैं.
आशीर्वाद
जय हिन्द, जय बुन्देलखण्ड
very nice....
जवाब देंहटाएंaur aapko krisna janmastami mubarak ho
इन महाशय को देख चुके हैं। गुस्ताखियाँ माफ हों।
जवाब देंहटाएंमजा आ गया इनको देख और तुम्हारी गुस्ताखियों का आंकलन कर. :)
जवाब देंहटाएंश्री कृष्ण जन्माष्टमी की बहुत शुभकामनाएँ.
बहुत सुन्दर तरीका है गुस्ताखियाँ कहने का ...
जवाब देंहटाएंवाह बहुत अच्छी प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंअब तक के जीवन का निचोड़ दे दिया आपने तो..बहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंजो भर दे ज़ख्म-ए-जिंदगी
जवाब देंहटाएंमरहम ऐसी मिलती नहीं
वर्ना पैमानों से कर के आशिकी
माशूक ना हम बनते कभी ...
बहुत ही बढ़िया
वाह भाई दीपक जी। क्या बात है।
जवाब देंहटाएंवाह-वाह!!
जवाब देंहटाएंक्या बात है! कमाल है!!!
गुस्ताखियां पसंद आईं...!
बेहतरीन लेखन के बधाई
शुभकामनाएं
आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है-पधारें
नेट के कारण चित्र नहीं देख पाया।
जवाब देंहटाएंये गुस्थाखियाँ तो सभी करते हैं कुछ खास की चर्चा भी...
नमस्ते दीपक, बहुत मजा आया इन साहब से मिलकर!
जवाब देंहटाएंऔर-
सारी गुस्ताखियां माफ़ हैं,
जब दिल तुम्हारा साफ़ है! :)
इश्क़ करते हैं मगर इज़हार करना नहीं आता
जवाब देंहटाएंवाह बेटा कितना सफेद झूठ बोल लेते हो? मैने तु8म्हारी कवितायें पढी है उनमे क्या था? चलो कोई बात नही माशूक बेशक मत बनो मगर पैमानों से आशिकी अच्छी बात नही। बुरा मत मानना मज़ाक कर रही हूँ पहली बात पर दूसरी पर सीरियस हूँ। सलाह देना मेरा काम मानना तुम्हारा। वीडिओ बहुत अच्छे लगे। आशीर्वाद।
बहुत ही सुन्दर पोस्ट और रचना है!
जवाब देंहटाएं--
सुपरस्टार आइन्स्टाइन का तो जवाब नहीं!
...अच्छी प्रस्तुति ....
जवाब देंहटाएं( क्या चमत्कार के लिए हिन्दुस्तानी होना जरुरी है ? )
http://oshotheone.blogspot.com
अरे वाह!!!!!
जवाब देंहटाएंजन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें
:-)
जवाब देंहटाएंदीपक जी, इतनी हसीन गुस्ताखियाँ मत किया कीजिये !
जवाब देंहटाएंवाह वाह आज तो भण्डार खोल दिया जी...........
जवाब देंहटाएंआनन्द आ गया
बधाई !
@दराल सर
जवाब देंहटाएंये प्रतियोगिता भी तो प्रसिद्द एनिमल प्लेनेट वालों ने आयोजित की थी सर.. और फिर आइन्स्टाइन को चिड़ियाघर की तरह का बड़ा सा स्पेस दिया गया है रहने को जहाँ उसे सिखाया जाता है.. ये लोग पिंजड़े में थोड़े ना रखते हैं
@ अली सर
ये शोकेस का माल(गुस्ताखियाँ) है.. सब नहीं लगा सकते ना.. :)
@कुमारेन्द्र चाचा जी
आपका स्नेह बना रहे यही सबसे बड़ी सुपरस्टारिज्म है
सभी स्नेहीजनों का आभार.. :)
aapki gustakhiyan....
जवाब देंहटाएंrachnasheelta ki utkrisht'ta ka swatah darshan karati hain!!!
keep writing:)