गुरुवार, 18 फ़रवरी 2010

खान की मदद से खान पकड़ा गया.... खान की डीवीडी ज़ब्त हुईं और खान बर्बाद होने से बच गया-------->>>>>>दीपक 'मशाल'

सबसे पहले तो ये बात समझ लें कि कोई प्रबुद्ध जी इससे आगे ना पढ़ें.. मैं कोई लफड़े-वफड़े में नईं पड़ना चाहता भाई... औसत बुद्धि का सामान्य ब्लॉगर हूँ.. कायसे के आज कल लत्ते के सांप भोत(बहुत) बन रये  हैं.. आगे पढ़ें तो अपनी रिस्क पे.. बाद में ना कहें के बताया नईं था..

भाई कल एक खबर पढ़ने को मिली टाइम्स ऑफ़ इंडिया में.. खबर थी कि ''मुंबई में 'माई नेम इज खान' की पाईरेटिड डी वी डी पकड़ी गईं''... बस उस खबर को पढ़ लिया.. आप लोग कह रहे होंगे कि इसमें ख़ास क्या था वे लल्लू?????. ऐसी ख़बरें तो कितनी हर अखबार के हर पन्ने के आठों कोनों में त्रिकोण-चतुर्कोंण घेरती मिल जायेंगीं.
लेकिन भाई जी ख़ास बात जे नईं थी के पुलिस के छापे से डीवीडी पकडीं गईं.. बल्कि खासमखास बात थी ये कि-----
इस गिरफ्तारी में जिसने अहम् भूमिका निभाई वो हैं मुंबई पुलिस के पूर्व अधिकारी.. ए.ए.खान, जिनकी मदद से ये गैंग पकड़ा गया.. जो गिरफ्तार हुआ या जो आरोपी था वो था शेहनाज़ नासिर खान... देखा फिर खान.. :) बरामद हुईं ३००० डीवीडी में जिस फिल्म की काफी ज्यादा डीवीडी मिलीं वो थी 'माई नेम इज खान' फिर खान :) और इस प्रकरण से जिसकी फिल्मों की कुछ और कमाई बढ़ेगी या नुक्सान होने से बचेगा वो है शाहरुख़ खान...
तो अब समझे आप कि क्यों है इस पोस्ट का नाम रखा गया-- ''खान की मदद से खान पकड़ा गया.... खान की डीवीडी ज़ब्त हुईं और खान बर्बाद होने से बच गया''


हाँ लेकिन बस इसी बहाने एक बात मैं कहना चाहूंगा विद्वत्जनों से कि ''चारों अंगुलियाँ बराबर नहीं होतीं.. (पांचवा तो अंगूठा होता है ना...) ;)'' ही ही ही... भाई गुस्सेवालों मेरे दाँत मत तोड़ देना.. वैसे भी अभी तो ३२ के ३२ निकले भी नहीं २८ ही आये हैं(अक्कल डाढें बाकी हैं)
कुछ भी हो बात सच हो गयी कि दुनिया में सिर्फ दो तरह के लोग हैं.. अच्छे और बुरे..
दीपक 'मशाल'

34 टिप्‍पणियां:

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  2. देखिये दीपक जी,
    अगर ब्लाग आप्के जैसे अच्छे लोगो का हो तो रिस्क लेने मे भी रिस्क कम होजती है......खैर अब जब लेही ली तो बता दे कि हमे तो मज़ा हि आया है! आपका लिखने का अंदाज़ आज तो लुभा गया :)
    http://kavyamanjusha.blogspot.com/

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  3. यह तो पहली खान है और खाने कहाँ हैं ?
    जल्दी बताओ नहीं चारो खाने चित्त हो जाओगे
    हा हा हा

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  4. चार ऊँगलियाँ एक अंगूठा
    छठा तो बिलकुय झूठा
    पर क्या करें निर्णायक तो छठा ही बन जाता है

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  5. ...और मैं बुरा नहीं हूं...

    बस आजकल ख़ान...सॉरी खाना ख़राब है...

    जय हिंद..

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  6. हा हा!! खान ही खान...हाय! ये कैसा बखान!!

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  7. खान ही खान वाह वाह, वाकई खान में यह भी एक बात है।

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  8. hi
    एक बेहतरीन व्याख्या एक खान सीमांत भी तो थे

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  9. खान से खान तक बहुत बडिया
    आशीर्वाद्

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  10. एक खान से दूसरे, तीसरे और फिर चौथे खान तक की यात्रा बड़ी रोचक रही.

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  11. बिलकुल, काश कि ये खान साहब ऐसी मुस्तैदी आतंकवादियों को पकडाने में भी दिखाते !

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  12. हा हा हा...कहाँ कहाँ से क्या क्या खोज लाते हो...खान बखान अच्छा था.

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  13. कहाँ कहाँ से इतनी मजेदार ख़बरें ढूंढ लाते हो :)....हमारी नज़रें तो पड़ी ही नहीं..

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  14. क्या बात है दीपक जी!
    दुनिया में तीन तरह के व्यक्ति होते है
    १ अच्छे
    २ बुरे
    ३ बहुत बुरे
    बहुत बुरे लोग बहुत ज्यादा है.

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  15. भाई कहीं पिक्चर की डी वी डी लीक करने वाला भी तो ख़ान नही था .......अब ये तो खान ही बताएगा ...

    ख़ान की महिमा अपरंपार .....

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  16. खान ही खान लगता है अग्फ़गानिस्तान मै अब कोई खान शेष नही बचा..... अब हमारे यहां खानो की बहार आ गई जी

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  17. नहीं मेरे भाई , अनुभूतियाँ अभी तक नहीं मिली कहाँ भेज दी ? भगवन तुम्हे जल्द 'अक्ल दाढ 'दे ताकि 'रोज़ के मोल --भाव 'से बचो , इन्ही शुभकामनाओं के साथ
    तुम्हारी दी

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  20. shukriya aap sabka.. mujh par raham karne ke liye.. :)
    Di.. main pata karta hoon us courier wale se

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  21. ha ha ha ha..
    bahut badhiya....
    KHAN ne KHAN ko pakad to KHAN bach gaya, ab KHAN ko KHAN ka shukriya ada karna chahiye, kyonki ek KHAN ne doosre KHAN se teesre KHAN ko bacha liya...
    bada confusiya gaye hain ham....ha ha ha
    lo le liya risk..
    kallo kya kall loge ..:) :)

    didi...

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