लोकसभा के चुनाव में प्रत्याशी के लिए आवेदन पत्र
१- आवेदनकर्ता का नाम- ___________________________________________________________
२-वर्तमान पता-
जेल का नाम- ___________________________________________________________
कोठरी क्रमांक- ___________________________________________________________
३- राजनीतिक दल का नाम-
(कृपया अपनी पिछली पांच पार्टियों के नाम समय के साथ क्रमानुसार लिखें)
४- लिंग-
पुरुष
महिला
मायावती
अन्य
५- राष्ट्रीयता
इटालियन
भारतीय
६- पिछली पार्टी छोड़ने का कारण(कृपया एक या ज्यादा में टिक करें)-
निकाले गए
निकल गए
खरीद लिए गए
उपर्युक्त में से कोई नहीं
उपर्युक्त में से सभी
७- आप चुनाव क्यों लड़ना चाहते हैं-
जनता की सेवा करने के लिए
पैसे बनाने के लिए
जेल से बचने के लिए
ताक़त का गलत इस्तेमाल करने के लिए
अपने पति को जेल से बचाने के लिए
मालूम नहीं
(अगर पहला जवाब सही है तो कृपया सरकारी डॉक्टर का सर्टिफिकेट लगाएं कि आप मानसिकरूप से पूर्णरूपेण स्वस्थ हैं)
८- जनता की सेवा करते हुए आपको कितने साल हो गए-
कभी की ही नहीं
करना ही नहीं चाहते
हमारे रिश्तेदार भी जनता में आते हैं
स्वयं सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है
ऊपर में से सभी
९- क्या आपके खिलाफ कोई क्रिमिनल केस चल रहा है-
हाँ
हाँ
(यदि हाँ तो उसके साक्ष्य में डिटेल अलग कागज़ में लिख कर संलग्न करें, आप जितने चाहें उतने कागज़ लगा सकते हैं)
१०- आप कितने साल जेल में रहे हैं-
१ से १० साल
१० से २० साल
अभी भी जेल में हैं
आपके पति जेल में हैं
११- क्या आप किसी घोटाले में शामिल थे
क्यों नहीं
बिलकुल
पक्का थे
ये विरोधी दल वालों की चाल है
इसमें विदेशी हाथ है
१२- आपकी सालाना ऊपरी आमदनी कितनी है-
१०० से ५०० करोड़
५०० से १००० करोड़
गिन नहीं सकते
(कृपया डॉलर/पौंड को भारतीय मुद्रा में बदल कर लिखें)
१३- आपने शिक्षा कहाँ तक प्राप्त की-
ये क्या होता है
५वीं फेल
८वीं फेल
अंगूठा टेक
ऐसे कोई व्यसन नहीं पाले
१४- आपकी शादियाँ कितनी हुईं-
गिनना पड़ेगा
सभी धर्म/मज़हब में से २-२ या ३-३
जनता की हर अमानत को अपना समझते हैं
शादी तक नौबत आने से पहले निपटा दिया
१५- आप देश के लिए क्या करना चाहते हैं(कृपया नीचे छोड़ी गई जगह में लिखें)-
( ______ )
(चुनाव आयोग द्वारा राष्ट्रहित में जारी)
भगवान का लाख शुक्र है कि अभि ऐसे फॉर्म को अच्छे व्यंग्य की श्रेणी में गिने जा सकते हैं. कल हो सकता है कि लोग इसे सच में स्वीकार कर लें! फिर सोंचिए, व्यंग्य कार क्या लिखेंगे!!
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा...
जवाब देंहटाएंअरे दीपक अभी तक ये qualification मौखिक रूप में पुछा जाता था अब लिखित भरना पड़ेगा का...
धुत्त तेरे की....
हम तो परफेक्ट मैच है फिर...:)
हा हा हा ...सच में मज़ा आ गया...
ये व्यंग नहीं यथार्थ है....
बहुत ही बेहतरीन प्रस्तुति....
खुश रहो...जियो जियो....
हा हा हा ...क्या बात है...बेहतरीन...बहुत ही करारा व्यंग है....पर दुःख भी होता है...व्यंग की ओट में छुपा सच ही तो है
जवाब देंहटाएंbahut sahi.... ekdam jhannaatedaar vyangya...
जवाब देंहटाएंइसे चुनाव आयोग को प्रेषित किया या नहीं? तुरंत प्रेषित करें. मुझे विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि चुनाव आयोग के नए फार्म छपने जा रहे हैं.
जवाब देंहटाएंचेतावनी : इस फार्म को पेटेंट करवा ले भेजने से पहले.
बहुत ही अच्छा व्यंग्य पर व्यंग्य होते हुए भी सच्चाई को बयां करता लेख
जवाब देंहटाएंबहुत खूब । दीपक मजा आ गया इसे पढ कर । वर्ष की कुछ चुनिंदा बेहतरीन पोस्टों के लिए इसे सहेज रहा हूं । बहुत बढिया पोस्ट लगी ।
जवाब देंहटाएंअरे भई ये व्यंग्य नहीं है ये तो सच्चाई है, अगर किसी राजनैतिक पार्टी ने पढ़ लिया तो यही फ़ार्म प्रिंट करके अपने उम्मीदवारों को बांटेगी, क्वालिफ़ाई करने के लिये :)
जवाब देंहटाएंvaah beta bahut khoob . badhai haan mujhe jaldee se apanaa phone no bhej do pahale vaala india me rah gaya hai phone with code | aasheervaad
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया व्यंग्य किया ...दीपक भाई ........बहुत खूब .
जवाब देंहटाएंIse maine thoda vistaar diya hai par yah saari rachna meri nahin hai
जवाब देंहटाएंantim pankti yon kar lo ki :
जवाब देंहटाएंAAP APNE DESH KO KAISE-KAISE KHANA CHAHTE HAIN..?
hahahahaha............bahut hi zabardast vyangya aaj ki vyavastha par.............amazing.
जवाब देंहटाएंइसमें ब्लॉगिंग आयोग द्वारा जन-हित में जारी लिखते तो बहुत बढ़िया रहता!
जवाब देंहटाएंलेकिन पोस्ट आपने बहुत ही सटीक लगाई है!
mast hai bhai
जवाब देंहटाएंmast.. esp अगर पहला जवाब सही है तो कृपया सरकारी डॉक्टर का सर्टिफिकेट लगाएं कि आप मानसिकरूप से पूर्णरूपेण स्वस्थ हैं!!!
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा , दीपक जी सारे ही नेतावों पर फिट बैठता है फ़ार्म, मगर चुनाव आयोग भी तो .................
जवाब देंहटाएंग्रेट आईडिया।
जवाब देंहटाएंकभी मूवर्स एंड शेकर्स में शेखर सुमन ने एक काल्पनिक ईंटरव्यू किया था, वो याद आ गया।
बहुत बढ़िया लिखा दीपक।
बधाई
आज है संविधान रचियता का जन्म दिवस
जवाब देंहटाएंउन्हें हंम जन्म दिवस की बधाई देते हैं
काश उन्होंने संविधान मैं यह सब लिखा होता तो , आज हम अपने संविधान पर गर्व महसूस करते ! क्योंकि आज यही सब तो चाहिए इस देश को
धन्यवाद
बहुत बढ़िया लगा! लाजवाब! उम्दा प्रस्तुती!
जवाब देंहटाएंdipak ji ye to pahle se pada hua lag raha hai........
जवाब देंहटाएंहा हा!! मस्त!
जवाब देंहटाएंदीपक ये सवाल तो जोड़ना भूल ही गए...
जवाब देंहटाएंकितने क़त्ल कराए हैं...
कितने दंगे कराए हैं...
कितनों की ज़मीन कब्ज़ाई है...
शादी के बाहर कितनी महिलाओं से संबंध हैं...
जय हिंद...
sach kah rahe hain Khushdeep bhaia abhi is form me bhi sudhaar ki gunjaaish hai. Tej tumne shayad oopar aur comment par gaur nahin kiya, maine likhe hai ki ye poora mera nahin hai balki ek dost ke dwara bheja gaya hai haan maine kuchh part add kiya hai.
जवाब देंहटाएंbahut sundar
जवाब देंहटाएंMAZA AA GAYA BHAI PAD KAR
shekhar kumawat
http://kavyawani.blogspot.com/
achcha vayang hai
जवाब देंहटाएंदीपक जी खूब करारा व्यंग है...वाह
जवाब देंहटाएंनीरज