समीर जी के अनुसार 'उनका अचानक यूँ चले जाना हिन्दी ब्लॉग जगत(साहित्य) के लिए एक ऐसी क्षति है जो कभी पूर्ण नहीं हो सकती..' श्री प्राण शर्मा जी के साथ मिलकर लन्दन में हिन्दी साहित्य की पताका फहराने वाले महान मनीषी को श्रद्धा सुमन अर्पित करें, उन पुण्यात्मा की आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना कीजिएगा.
आप अपने शोक सन्देश भेज +४४ ७५८०२५०६३९ पर एवं +४४ २०८४४५४८९४ पर भेज सकते हैं.
काफी दुखद.... ईश्वर महावीर जी की आत्मा को शान्ती प्रदान करेँ
जवाब देंहटाएंयह तो बहुत दुःखद समाचार है...!
जवाब देंहटाएं..ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके परिवार के सभी सदस्यों को इस महान कष्ट को सहने की शक्ति दे।
बेहद दुखद समाचार.. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे एवं परिवार के सदस्यों को कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करे.
जवाब देंहटाएंउफ़ ये कब हुआ ?
जवाब देंहटाएंशोक संतप्त हूँ.........
जवाब देंहटाएंकभी भेन्ट तो नहीं हुई परन्तु एक ऐसा सम्बन्ध जुड़ गया था उनसे कि...........उफ़ !
विनम्र श्रद्धांजलि !
ग़ज़ल के पितामह आदरणीय महावीर जी को भावभीनी श्रद्धांजलि समर्पित करता हूँ!
जवाब देंहटाएंभावपूरित श्रद्धान्जलि।
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजलि !
जवाब देंहटाएंहे भगवान ! क्यों छीन लिया आपने मेरे पितामह तुल्य आदरणीय महावीर जी को ?
जवाब देंहटाएंमेरे प्रति उनका जो स्नेह और प्यार और अपनत्व और विश्वास था … अब कहां मिलेगा ? मुझे अपने पिता को 20 वर्ष पहले खो देने जैसा ही दुःख हो रहा है
अभी 20 अप्रैल 2010 को उनके जन्मदिवस पर मैंने उन्हें निम्नांकित शुभकामना संदेश भेजा था …
घर के ही बुजुर्ग जैसे , ऐसा अपनत्व !
व्यक्तित्व भी कृतित्व भी आदर्श-अभिराम है !
वीतराग शांत सौम्य ; गतिमान अक्षहंत
मारुति के सदृश ही महावीर नाम है !
ब्लॉग-बगिया के हे विराट वट वृक्ष !
मेरा आपको नमन कोटि , सहस्र प्रणाम है !
स्वस्थ हों , शतायु - दीर्घायु हों , चिरायु हों ,
हे दादाभाई ! जन्म दिन पर रामराम है !
नहीं मा'लूम था कि इतनी जल्दी उनके आशीर्वाद से भी वंचित हो जाऊंगा …
आज अंतिम प्रणाम कहते हुए आंखें आंसुओं से भीगी हुई हैं …
ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति और उनके परिवारजनों और चाहने वालों को यह दुःख सहने की सामर्थ्य प्रदान करे …
- राजेन्द्र स्वर्णकार
विनम्र श्रद्धांजलि!
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजलि....
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजलि
जवाब देंहटाएंश्रद्धांजलि, ईश्वर महावीर जी की आत्मा को शान्ती प्रदान करेँ!
जवाब देंहटाएंईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति और उनके परिवारजनों और चाहने वालों को यह दुःख सहने की सामर्थ्य प्रदान करे
जवाब देंहटाएंईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे एवं परिवार के सदस्यों को कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करे.
जवाब देंहटाएंश्रद्धांजलि !
जवाब देंहटाएंपरम आदरणीय ब्लॉग जन चहेते महावीर जी जाकर भी सबके दिलों में मौजूद हैं। नियति की इस गति पर किसी का बस नहीं चला है। गति वही है जो महावीर जी के विचारों में, गजलों में सदा सद्गति पाती रही है। गजल के गुलशन को महकाती रही है। महावीर जी के प्रति असली श्रद्धांजलि यही होगी कि उनके ब्लॉगों को चिररोशन रखा जाए। इस कार्य को करने के लिए कुछ गजलहितचिंतकों को स्वयं सामने आना चाहिए। मैं आजकल गोवा में हूं और इंटरनेट से भी उस तरह से नहीं जुड़ पा रहा हूं, जिस तरह सदा जुड़ा रहता हूं। फिर भी मुझे विश्वास है कि प्रिय दीपक मशाल और अन्य सदासक्रिय ब्लॉगयुवा महावीर जी द्वारा दिखलाए गए रास्तों को ब्लॉग और गजल और मानवता के हित में पोषित करते रहेंगे।
जवाब देंहटाएंब्लॉगजन चहेते भाई महावीर जी को मेरे श्रद्धासुमन समर्पित हैं। परमपिता परमात्मा महावीर जी की आत्मा को शांति और उनसे जुड़े पारिवारिक जनों और ब्लॉगजनों को इस असीम दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।
महावीर जी को श्रद्धासुमन समर्पित हैं....ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे...
जवाब देंहटाएंबेहद दुखद समाचार है। श्रद्धेय महावीर जी को हमारी विनम्र श्रर्द्धाँजली। उनका ब्लाग जगत मे योगदान सदैव याद किया जायेगा। भगवान महावीर जी की आत्मा को शांति और उनके पारिवार को ,ब्लॉगजगत को इस असीम दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजलि ...ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे...
जवाब देंहटाएं..ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे!...श्रद्धांजलि!
जवाब देंहटाएंबेहद दुखद समाचार है।विनम्र श्रद्धांजलि॥
जवाब देंहटाएंबेहद दुखद समाचार , अपूर्णीय क्षति.
जवाब देंहटाएंईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके परिजनों को धिया. मेरी विनम्र श्रद्धांजलि.
उनकी आत्मा को शांति मिले। श्रद्धांजलि
जवाब देंहटाएंये बहुत ही दुःख भरी खबर है .... इश्वर उनकी आत्मा को शांति दे ....
जवाब देंहटाएंश्रद्धांजलि!
जवाब देंहटाएंदुखद समाचार ! साहित्यजगत (खासकर काव्यजगत ) को पूर्णतः समर्पित थे , महावीर जी , अपूर्णीय क्षति !
जवाब देंहटाएंहिन्दी प्रेमी,हिन्दी सेवी,उच्चकोटि के साहित्यसृजक आदरणीय महावीर शर्मा जी का निधन सम्पूर्ण हिन्दी जगत की हानि है .
जवाब देंहटाएंमेरी विनम्र श्रद्धांजलि.
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे एवं परिवार के सदस्यों को कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करे.
जवाब देंहटाएंकल शाम से ही आहत हूँ इस अपूरनिया क्षति के लिए ब्लॉग में या ब्लॉग के बाहर साहित्य का स्तम्भ थे वो ! मेरा सौभाग्य है कि उनका प्यार और आशीर्वाद मुझे मिला है ! भगवान उनकी आत्मा को शान्ति दे !
जवाब देंहटाएंअर्श
is khabar ne bahut dukh diya .. mahaveer ji ke bare mein kuch bhi kahne ki aukaat meri nahi hai .. bas itni hi prarthna hai ki bhagwan unki aatma ko shanti de aur unke parivaar aur ham sabko unki kami ko sahne ki shakti the ..
जवाब देंहटाएंईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे एवं परिवार के सदस्यों को कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करे. विनम्र श्रद्धांजलि॥
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धांजलि,ईश्वर महावीर जी की आत्मा को शान्ती प्रदान करेँ.
जवाब देंहटाएंmahaveer ji ko meri shrdanjali
जवाब देंहटाएंwo hamesha hi mera hausla badaate the ..
vijay