tag:blogger.com,1999:blog-2750801120298316369.post1738718855310755340..comments2023-10-18T19:28:47.947+05:30Comments on मसि-कागद: श्री शरद कोकस जी को समर्पित एक रचनादीपक 'मशाल'http://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-2750801120298316369.post-80745152648400655882017-06-23T19:57:51.850+05:302017-06-23T19:57:51.850+05:30आज बहुत दिनों बाद तुम्हारा ब्लॉग देखा अच्छा लगाआज बहुत दिनों बाद तुम्हारा ब्लॉग देखा अच्छा लगाशरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/00186889796579706209noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2750801120298316369.post-56706991888059240892009-11-08T02:57:53.616+05:302009-11-08T02:57:53.616+05:30:) nice:) niceAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2750801120298316369.post-78628368556200756162009-10-20T08:38:22.265+05:302009-10-20T08:38:22.265+05:30bahut hi bhaavpoorna aur shiddat se likhi gayi ek ...bahut hi bhaavpoorna aur shiddat se likhi gayi ek bhaavnatmak rachna..........डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2750801120298316369.post-7758901163484091492009-10-19T09:10:20.751+05:302009-10-19T09:10:20.751+05:30भावपूर्ण!भावपूर्ण!Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2750801120298316369.post-29478887580288090982009-10-19T01:07:18.653+05:302009-10-19T01:07:18.653+05:30इतनी शिद्दत से मेरी तकलीफ समझने के लिए आपको बहुत ब...इतनी शिद्दत से मेरी तकलीफ समझने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद्.<br />आपका-<br />मशालदीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2750801120298316369.post-25845726971154535082009-10-18T20:54:13.122+05:302009-10-18T20:54:13.122+05:30दर्द के भाव जैसे भी हों , दिल पे असर करते हैं,शरद ...दर्द के भाव जैसे भी हों , दिल पे असर करते हैं,शरद जी का साथ मिला....महफूज़ वहां तक ले गए.....यह इस दर्द का कमाल है..<br />मैं इस उदासी को समझ सकती हूँरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2750801120298316369.post-50691399357282621272009-10-17T14:46:43.427+05:302009-10-17T14:46:43.427+05:30आपके भाव और शरद जी के शब्द!
दोनों मिल कर बन गए एक ...आपके भाव और शरद जी के शब्द!<br />दोनों मिल कर बन गए एक चित्र!!<br /><br /><b>दीपोत्सव का यह पावन पर्व आपके जीवन को धन-धान्य-सुख-समृद्धि से परिपूर्ण करे!!!</b>Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2750801120298316369.post-48810080523682063592009-10-17T12:30:55.657+05:302009-10-17T12:30:55.657+05:30बहुत सुन्दर दीपक, लगता है बाहर बहुत दिन रहने के का...बहुत सुन्दर दीपक, लगता है बाहर बहुत दिन रहने के कारण घर की ज्यादा ही याद आ रही है? <br />वैसे तुम्हारी कलम के जादू से तो बहुत पहले ही परिचय हो चुका था. फिर से बधाई, शुभकामनायेंराजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगरhttps://www.blogger.com/profile/16515288486352839137noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2750801120298316369.post-23549083567068231072009-10-17T10:58:33.515+05:302009-10-17T10:58:33.515+05:30इस दीपावली में प्यार के ऐसे दीए जलाए
जिसमें सारे...इस दीपावली में प्यार के ऐसे दीए जलाए <br /><br />जिसमें सारे बैर-पूर्वाग्रह मिट जाए <br /><br />हिन्दी ब्लाग जगत इतना ऊपर जाए <br /><br />सारी दुनिया उसके लिए छोटी पड़ जाए <br /><br />चलो आज प्यार से जीने की कसम खाए <br /><br />और सारे गिले-शिकवे भूल जाए <br /><br />सभी को दीप पर्व की मीठी-मीठी बधाईराजकुमार ग्वालानीhttps://www.blogger.com/profile/08102718491295871717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2750801120298316369.post-1210911077374934562009-10-17T10:57:46.866+05:302009-10-17T10:57:46.866+05:30कविता तो बहुत ही भावप्रवण थी पर देखिये शरद जी के आ...कविता तो बहुत ही भावप्रवण थी पर देखिये शरद जी के आशीर्वाद ने इसे समष्टि का बना दिया.... ये और सुन्दर, निखर गयी...Dr. Shreesh K. Pathakhttps://www.blogger.com/profile/09759596547813012220noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2750801120298316369.post-87474068982477265882009-10-17T10:35:51.133+05:302009-10-17T10:35:51.133+05:30bahut sahi bhav hain.. main bhi 3 saal se ghar se ...bahut sahi bhav hain.. main bhi 3 saal se ghar se bahar hun..<br />sharad kokas ji ne rachna ko nikhar diya hai...<br />deepawali ki shubhkamanayein..Ambarishhttps://www.blogger.com/profile/10523604043159745100noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2750801120298316369.post-91516445064672935132009-10-17T08:46:16.784+05:302009-10-17T08:46:16.784+05:30कविता तो भाव है वह तो तभी जन्म गई जब उस का विचार प...कविता तो भाव है वह तो तभी जन्म गई जब उस का विचार पैदा हुआ। बाद की सजावट उसे संप्रेष्य बनाती है। शरद जी ने संवारने का काम भलीभांति किया है। आप को और शरद जी को बधाई!<br />दीपावली पर हार्दिक शुभकामनाएँ!दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2750801120298316369.post-1550538626499591752009-10-17T06:35:27.610+05:302009-10-17T06:35:27.610+05:30यह सही समर्पण है शरद कोकस जी को.. :)
सुख औ’ समृद्...यह सही समर्पण है शरद कोकस जी को.. :)<br /><br />सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,<br />दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ<br />खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..<br />दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!<br /><br />सादर<br /><br />-समीर लाल 'समीर'Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2750801120298316369.post-70953084548853637842009-10-17T06:10:54.913+05:302009-10-17T06:10:54.913+05:30वाह जी वाह, बहुत खूबसूरत बात ---
इतनी सी बिनती है...वाह जी वाह, बहुत खूबसूरत बात ---<br /><br />इतनी सी बिनती है भगवन से, <br />हम आयें तेरे बच्चे बन के। <br /><br /><br />दीवाली की ढ़ेरों शुभकामनायें।Dr Parveen Choprahttps://www.blogger.com/profile/17556799444192593257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2750801120298316369.post-3215181415959378502009-10-17T05:00:55.118+05:302009-10-17T05:00:55.118+05:30दीपक जी आपकी रचना ने तो मुझे भावुक कर दिया...कोकास...दीपक जी आपकी रचना ने तो मुझे भावुक कर दिया...कोकास जी की मेहनत ने उसमें और चाँद लगा दिए।<br />वैसे तो मुझे कविता की समझ नहीं है लेकिन इतना ज़रूर जान पाया हूँ मैँ कि पहले वाली रचना में एक माँ-बाप की अपने बच्चे के प्रति भावनाओं को जिक्र है जबकि दूसरी संशोधित रचना में समस्त माता-पिताओं भावनाएँ भी सम्मिलित हो गई हैँ <br /><br />बहुत ही आला दर्ज़े की रचना...एक बार फिर से इसे पढवाने के लिए आपका तथा कोकास जी का बहुत-बहुत धन्यवादराजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.com